कभी बंधन जुड़ा लिया (Kabhi Bandhan Juda Liya) - हम तुम्हारे है सनम (Hum Tumhare Hain Sanam) Sonu Nigam, Sapna Awasthi Song Lyrics



Song – Kabhi Bandhan Juda Liya

Movie – Hum Tumhare Hain Sanam

Singer – Sonu Nigam, Sapna Awasthi

Lyrics – Kartik Awasthi

Music – Bali Brahmbhatt

Label – T-Series


Kabhi Bandhan Juda Liya Lyrics -

हमने तुमसे, तुमने हमारा रिश्ता जोड़ा ग़म से

एक वफ़ा के सिवा कौन-सी खता हुई थी हमसे


कभी बंधन जुड़ा लिया

कभी दामन छुड़ा लिया


कभी बंधन जुड़ा लिया

कभी दामन छुड़ा लिया

कभी बंधन जुड़ा लिया

कभी दामन छुड़ा लिया


ओ साथी रे, कैसा सिला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

कैसा सिला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया


तेरे वादे, वो इरादे

तेरे वादे, वो इरादे

ओ मितवा रे, सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया


(संगीत)


मेरी यादों में तुम हो, मेरी साँसों में तुम हो

मगर तुम जाने कैसी ग़लतफ़हमी में गुम हो


तुम्हारे घर को मंदिर, देवता तुमको बना लिया

तुम्हारे घर को मंदिर, देवता तुमको बना लिया

देवता तुमको बना लिया


तेरे वादे, वो इरादे

तेरे वादे, वो इरादे

ओ मितवा रे, सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया


(संगीत)


बात कुछ समझ ना आयी, कमी क्या हम में पायी

एक तरफ़ा ये मोहब्बत, हमीं ने सिर्फ निभाई


जाम चाहत का देकर ज़हर नफ़रत का पिला दिया

जाम चाहत का देकर ज़हर नफ़रत का पिला दिया

ज़हर नफ़रत का पिला दिया


तेरे वादे, वो इरादे

तेरे वादे, वो इरादे

ओ मितवा रे, सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया


(संगीत)


उम्र भर सो ना सकेंगे, किसी के हो ना सकेंगे

अजनबी तुम हो जाओ, ग़ैर हम हो ना सकेंगे


किसी बेगाने की खातिर तुमने अपनों को भुला दिया

किसी बेगाने की खातिर तुमने अपनों को भुला दिया

तुमने अपनों को भुला दिया

हाँ अपनों को भुला दिया


तेरे वादे, वो इरादे

तेरे वादे, वो इरादे

ओ साथी रे, सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया


(संगीत)


अब मुझे जीना नहीं सनम, ये ज़हर पीना नहीं सनम

अब मुझे जीना नहीं सनम, ये ज़हर पीना नहीं सनम


जन्म-जन्मों का नाता, चंद लम्हों में मिटा दिया

जन्म-जन्मों का नाता, चंद लम्हों में मिटा दिया

चंद लम्हों में मिटा दिया


तेरे वादे, वो इरादे

तेरे वादे, वो इरादे

ओ मितवा रे, सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

सब कुछ भुला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया


कभी बंधन जुड़ा लिया

कभी दामन छुड़ा लिया

कभी बंधन जुड़ा लिया

कभी दामन छुड़ा लिया


ओ साथी रे, कैसा सिला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

कैसा सिला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

कैसा सिला दिया

ये वफ़ा का कैसा सिला दिया

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